A SIMPLE KEY FOR CHINMASTIKA UNVEILED

A Simple Key For chinmastika Unveiled

A Simple Key For chinmastika Unveiled

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इस पर माता पार्वती ने उनको कुछ देर आराम करने को कहा और स्नान करने चली गईं. मां काफी देर तक स्नान करती रहीं, इसी बीच दोनों सहचरी कहती रही कि उनको भूख लग रही है.

Reply Hemanth Kumar N October twenty, 2020 I've study numerous content with regards to Devi Chinnamastha. It's been talked about that this sadhana has to be completed with tantric guru’s direction else it is vitally dangerous.

कुण्डे वा मण्डले वा शुचिरथ मनुना भावयत्येव मन्त्री संस्थाप्योच्चैर्जुहोति प्रसवसुफलदैः पद्मपालाशकानाम् ।

लेकिन माता ने दोनों की बात को अनसुना कर दिया.

सड़क के द्वारा रामगढ़ छावनी पर उतर जाए और राजपप्पा मंदिर पहुंचने के लिए ट्रेकर या जीप लें। सुबह से लेकर शाम तक ट्रेकर या जीप पुराने बस स्टैंड पर उपलब्ध हैं।

This Devi is thought to take care of the many obstructions that you've got been experiencing. Chanting her mantra eliminates hurdles.

No (It's not moral to capture photograph inside the temple when anyone engaged in worship! Be sure to also comply with temple`s Principles and Ideas.)

शिव शक्ति के विपरीत रति आलिंगन पर आप स्थित हैं। आप एक हाथ में खड्ग और दूसरे हाथ में मस्तक धारण किए हुए हैं। अपने कटे हुए स्कन्ध से रक्त की जो धाराएं निकलती हैं, उनमें से एक को स्वयं पीती हैं और अन्य दो धाराओं से अपनी जया और विजया नाम की दो सहेलियों की भूख को तृप्त कर रही हैं। इडा, पिंगला और सुषुम्ना इन तीन नाडियों का संधान कर योग मार्ग में सिद्धि को प्रशस्त करती हैं। विद्यात्रयी में यह दूसरी विद्या गिनी जाती हैं।

Then Mother Chinnamastik started killing the monsters and demons with Kharag. check here Even the starvation and thirst was not looked after, just wanted to demolish the sinners. Mother had done her tremendous form.

Chhinnamasta's nudity and headlessness symbolise her integrity and "heedlessness". Her names like Ranjaitri ("victorious in war") celebrate her as the slayer of varied demons and her prowess in struggle.

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RickrossRickross 112k1414 gold badges243243 silver badges441441 bronze badges eleven The final line indicates Devi drinks his blood right away by chopping off tye head

छिन्नमस्तिका देवी काली का चंडिका स्वरुप है जो बुराई पर अच्छाई का प्रतीक हैं। देवी बुराई का सर्वनाश करने के लिए विशेष तौर पर जानी जाती हैं। कहते हैं इनकी कृपा से काले जादू का बुरा प्रभाव और हर प्रकार के भय खत्म हो जाते हैं। इनकी कृपा पाने के लिए काली कवच को धारण करें इसमें शामिल अलौकिक और चमत्कारिक शक्तियां आपके आभामंडल में कवच बनाकर आपकी रक्षा करेंगी।

मान्यता है कि मां के इस रूप की सच्ची श्रद्धा से उपासना करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. जीवन के सभी कष्टों का निवारण होता है. चलिए जानते हैं मां पार्वती के छिन्नमस्ता माता के स्वरूप की पौराणिक कथा.

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